हिन्दी मंच पर हास्य-व्यंग्य में उल्लेखनीय योगदान, वाचिक परम्परा के सशक्त निर्वहन के लिए महामहिम प्रतिभा देवी सिंह पाटिल द्वारा सम्मानित किया गया।